यूँ तो अखरोट से आप इसके विभिन्न गुणों के कारण परिचित होंगे ,लेकिन आज आपको हम यू. सी.एल.ए. के वैज्ञानिकों की एक नयी रिसर्च के बारे में बताते हैं। इस रिसर्च के अनुसार अगर पचहतर ग्राम की मात्रा में अखरोट का सेवन नित्य किया जाए तो यह शुक्राणुओं को शक्ति ,ऊर्जा और गति प्रदान करता है। अखरोट का यह प्रभाव विशेष रूप से 21 से 25 वर्ष की आयु वर्ग में पाया गया है।
यूनिवर्सिटी ऑफ केलीफोर्निया में कार्यरत वैज्ञानिक डॉ.विंडी राबिन्स और उनकी टीम द्वारा किये गए शोध के अनुसार अखरोट को पालीअन्सेचुरेटेड फेटी एसिड्स का प्रमुख सोर्स माना गया है और इसमें विशेष प्रकार ओमेगा -3 फेटी एसिड एल्फो लिनोलीक एसिड पाया जाता है। 21 से 35 आयु वर्ग के 117 स्वस्थ व्यक्तियों में कराये गए अध्ययन में लोगों को दो समूह में बांटा गया। 58 पुरुषों को किसी प्रकार के बादाम या अखरोट रहित आहार का सेवन कराया गया जबकि 59 पुरुष नियमित 75 ग्राम अखरोट खिलाया गया। इस शोध से पूर्व सभी के सीमन का परीक्षण किया गया और पुन: शोध के 12 वें सप्ताह में इसे दुबारा देखा गया। इस शोध में यह पाया गया कि दोनों समूह के शरीर के बाडी मास इंडेक्स, वजन एवं सक्रियता के स्तर में कुछ खास फर्क नहीं पड़ा,लेकिन जिस समूह को 75 ग्राम की मात्रा में नियमित अखरोट दिया गया था, उनके सीमेन स्थित शुक्राणुओं में गजब का सकारात्मक प्रभाव देखा गया और इससे यह पाया गया निष्कर्ष मिला कि 75 ग्राम नियमित अखरोट का सेवन शक्राणुओं को ऊर्जा,शक्ति एवं सक्रिय बनाता है।